इक्विटीज के मामले में लेंडर इंवेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, बॉन्ड के मामले में यह राशि अधिक हो सकती है.
Funds Vs Index: एक अप्रैल की NAV के आधार पर अगर इन फंड्स की तुलना करें तो इन्होंने सेंसेक्स और निफ्टी को बड़े मार्जिन से पीछे छोड़ा है.